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vivaran (Description) | mirabaee |
any vivaran | 'miraan' bhagavan shrikrishn ki bhakt kavayitri thian. ve jodhapur ke me dava rajakul ki rajakumari thian. ek sadhu dvara bachapan mean unhean krishn ki moorti die jane ke sath hi unaki ajanm krishn bhakti ki shuruat huee, jinaki vah divy premi ke roop mean aradhana karati thian. |
फ़ाइल का इतिहास
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दिनांक/समय | अंगूठाकार प्रारूप | आकार | सदस्य | टिप्पणी | |
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सद्य | 18:14, 5 जुलाई 2015 | 616 × 800 (95 KB) | रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) |
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फ़ाइल का उपयोग
nimnokt 31 pannoan mean is फ़ail ke lianks haian:
- अच्छे मीठे फल चाख चाख -मीरां
- कान्हा बनसरी बजाय गिरधारी -मीरां
- कारे कारे सबसे बुरे ओधव प्यारे -मीरां
- कालोकी रेन बिहारी -मीरां
- किन्ने देखा कन्हया प्यारा की मुरलीवाला -मीरां
- गोबिन्द कबहुं मिलै पिया मेरा -मीरां
- घर आंगण न सुहावै, पिया बिन मोहि न भावै -मीरां
- घर आवो जी सजन मिठ बोला -मीरां
- चरन रज महिमा मैं जानी -मीरां
- चाकर राखो जी -मीरां
- तोरी सावरी सुरत नंदलालाजी -मीरां
- तोसों लाग्यो नेह रे प्यारे, नागर नंद कुमार -मीरां
- थारो विरुद्ध घेटे कैसी भाईरे -मीरां
- थे तो पलक उघाड़ो दीनानाथ -मीरां
- दरद जाने कोय हेली -मीरां
- दरस बिनु दूखण लागे नैन -मीरां
- दूसरो न कोई -मीरां
- पपइया रे, पिव की वाणि न बोल -मीरां
- बन्सी तूं कवन गुमान भरी -मीरां
- बरजी मैं काहूकी नाहिं रहूं -मीरां
- मीरां
- मोरी लागी लटक गुरु चरणकी -मीरां
- मोरे लय लगी गोपालसे मेरा काज कोन करेगा -मीरां
- मोरे ललन -मीरां
- राधे देवो बांसरी मोरी -मीरां
- राम-नाम-रस पीजै -मीरां
- हरि तुम कायकू प्रीत लगाई -मीरां
- हरि तुम हरो जन की भीर -मीरां
- हरिनाम बिना नर ऐसा है -मीरां
- साँचा:भक्तिकाल के कवि
- साँचा:भक्तिकाल के कविP